अपराध ऑन द स्पॉट पूर्वांचल वाराणसी 

DJ के शोर से बेहाल गायों ने बंद किया दूध देना: दुग्ध उत्पादन में गिरावट, पशुपालक परेशान

वाराणसी: धार्मिक आयोजनों और त्यौहारों में बजने वाले डीजे और तेज़ लाउडस्पीकर का असर अब केवल इंसानों पर ही नहीं, बल्कि दुधारू जानवरों पर भी पड़ रहा है।

चोलापुर थाना क्षेत्र के गोपालक सुरेंद्र सिंह के अनुसार, गांव में लगातार तेज़ आवाज़ और वूफर के कारण उनकी गायों ने दूध देना लगभग बंद कर दिया है।

सुरेंद्र सिंह का दावा है कि डीजे और पटाखों की तेज़ आवाज़ के कारण हर साल त्योहारों के समय उनका दुग्ध उत्पादन बुरी तरह प्रभावित हो जाता है।

तेज़ शोर से परेशान गायें तनावग्रस्त हो जाती हैं, जिससे उनका शारीरिक स्वास्थ्य खराब हो रहा है। सुरेंद्र सिंह ने सरकार से इस मुद्दे पर सख्त कार्रवाई की मांग करते हुए कहा कि डीजे को खुले में पूरी तरह प्रतिबंधित किया जाए।

उन्होंने यह भी कहा कि पुलिस कार्रवाई के बावजूद शोर बंद नहीं हो रहा, जिससे उनकी गायें बेहाल हैं और पूरा पशुपालन उद्योग खतरे में पड़ गया है।

पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. विजय कुमार त्रिपाठी ने भी इस बात की पुष्टि की कि तेज़ शोर के कारण जानवरों का स्वास्थ्य प्रभावित होता है और उनका दूध उत्पादन कम हो जाता है।

ध्वनि प्रदूषण के खिलाफ काम कर रहे सत्या फाउंडेशन के चेतन उपाध्याय ने इसे गंभीर मुद्दा बताया और नागरिकों से अपील की कि वे डीजे और लाउडस्पीकर के शोर के खिलाफ ऑनलाइन शिकायत दर्ज करें।

Related posts